धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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রবীন্দ্রসাহিত্যে বৌদ্ধসংস্কৃতি
জ্যোতিঃপাল_মহাথের
বৌদ্ধসংস্কৃতি
বৌদ্ধ
রবীন্দ্রসাহিত্যে
কবিগুরু
সাথে
বুদ্ধের
জগতের
আপন
জগতে
ন
রাজা
কবিগুরুর
তথাগত
দুঃখ
করেছিলেন
রবীন্দ্রনাথ
অনিত্য
করুণা
অন্তরে
জগৎ
বৌদ্ধধর্মের
প্রাচীন
বুদ্ধ
উপলব্ধি
তীর
বলেছেনঃ
মহারাজ
গ্রহণ
ত
বলেছেন
মৈত্রী
অহং
ধর্মের
নীতি
রাজার
ক
কালের
দান
ধর্ম
ধারণ
নদীর
স্বীকার
অশোক
অহংকার
ইত্যাদি
এজন্য
কবিতা
খৃষ্টাব্দে
কবিতায়
কালে
भाषा:
bengali
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